रोचेस्टर, न्यूयॉर्क, अमेरिका में जॉन लेरी को संदेश

 

शनिवार, 18 अक्तूबर 2008

शनिवार, 18 अक्टूबर 2008

(सेंट लूक द इवेंजलिस्ट)

 

यीशु ने कहा: “मेरे लोगों, सेंट लूक एक सुसमाचार प्रचारक थे और उन्हें अपने विश्वास के लिए शहीद होना पड़ा। उन्होंने चार सुसमाचारों में से एक साथ ही प्रेरितों के काम भी लिखे। मेरी इस दृष्टि में जहाँ मैं अपनी क्रूस लेकर श्मशान घाट में हूँ, तुम देख रहे हो कि मैं मानव जाति को कितना प्यार करता हूँ कि मैंने तुम्हारे सभी लोगों के लिए कष्ट सहा और मर गया। मेरे प्रारंभिक चर्च के सदस्यों ने उत्पीड़न झेला और कुछ को शहीद कर दिया गया। यह मेरे दुख की दृष्टि हर उस व्यक्ति के साथ साझा की जाती है जो मेरे नाम के लिए पीड़ित होता है। यह आज के लोगों पर भी लागू होती है। वे लोग, जो मेरा वचन घोषित करने के लिए कष्ट सह रहे हैं, क्रूस पर मेरी पीड़ा में भी भाग ले रहे हैं। मैं तुम्हें यह दृष्टि दिखा रहा हूँ ताकि तुम्हारे इस दुष्ट युग की परीक्षाओं में मेरे विश्वासियों को सांत्वना मिले। मैं कभी तुम्हें अनाथ नहीं छोडूंगा और न ही तुम्हें त्यागूंगा, बल्कि मैं तुम्हारी तरफ खड़ा होकर तुम्हारी परीक्षाओं में मेरी सहायता के लिए बुलाने का इंतजार कर रहा हूं। हर दिन मुझसे प्रार्थना करो कि वह तुम्हें अपना मिशन पूरा करने की शक्ति दे। आज के मेरे विश्वासयोग्य भविष्यद्वक्ताओं और संदेशवाहकों को सुनो क्योंकि मैं अभी भी अपने लोगों को अपने प्यार से सांत्वना दे रहा हूँ, और तुमको क्लेशकाल की तुम्हारी तैयारियों के बारे में चेतावनी दे रहा हूँ।"

उत्पत्ति: ➥ www.johnleary.com

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