जैकेरी एसपी, ब्राज़ील में मार्कोस तादेउ टेक्सेरा को संदेश
रविवार, 2 अगस्त 1998
पहाड़ी - शाम 6:30 बजे
हमारी माता से संदेश

प्यारे बच्चों, मैंने आज तुम्हें यहाँ बुलाया है!
मैं तुम सबको बच्चे बुलाती हूँ, प्यार के योद्धा बनने को, शांति के योद्धा बनने को, प्रार्थना के योद्धा बनने को। मुझसे सीखो, बच्चो!
भगवान् तुम्हें प्रार्थना से मेरी बातें जीने में सक्षम बनाते हैं! भगवान् तुम्हें दिल से प्रार्थना करने में सक्षम बनाते हैं! मुझसे सीखो, बच्चों! मैं तुमसे प्यार करती हूँ, मुझ पर भरोसा रखो। प्यार के योद्धा बनो, शांति के दूत बनो! भगवान् अपने बच्चो का धन्यवाद करते हैं। तुम सब योद्धा हो। मुझ पर भरोसा रखो!
मैंने यहाँ जो कुछ भी कहा है वह तुम्हारी मदद करने को, तुम्हें मार्गदर्शन देने को है! सब कुछ गले लगाओ, बच्चों, दिल से! दुनिया की आँखों से देखना मत चाहो, बल्कि उसकी आँखों से देखो, अपने दिलों की आँखों से।
भगवान् तुम्हारे दिलों में विश्वास जगाते हैं। प्यार पर भरोसा रखो, प्यार सब कुछ कर सकता है, बच्चों! जैसे मैंने भरोसा किया और खुद को पूरी तरह से मेरे भगवान् को सौंप दिया, वैसे ही तुम भी भरोसा करो!
अब वह समय आ गया है कि जो कहा गया था, जो सिखाया गया था, और जो आज भी सिखाया जा रहा है सब कुछ जियो! मेरे पुत्र यीशु के साथ संवाद करो, वह तुम्हें शक्ति देंगे।
देखो, मैं तुम्हें रास्ता दिखाती हूँ, मेरी पुकार सुनो, मेरे पुत्र की पुकार सुनो।
कभी मत भूलो, प्यार के योद्धा बनो!
मैं तुमसे प्यार करती हूँ।"
उत्पत्तियाँ:
इस वेबसाइट पर पाठ का स्वचालित रूप से अनुवाद किया गया है। किसी भी त्रुटि के लिए क्षमा करें और अंग्रेजी अनुवाद देखें।