रविवार, 27 अक्तूबर 2019
रविवार, 27 अक्टूबर 2019
रविवार, 27 अक्टूबर 2019:
यीशु ने कहा: “मेरे लोगों, मैं चाहता हूँ कि मेरे लोग विनम्र रहें और अपने जीवन में जो कुछ भी तुम्हारे लिए करता हूँ उसके लिए मुझे महिमा दें। अपनी योजनाओं का पालन करने के लिए अपने अभिमान को तुम्हें नियंत्रित न करने दो, बल्कि मुझे अपने जीवन का केंद्र बनने दो, और मुझे अपने जीवन में मार्गदर्शन करने दो। भले ही तुमने अपने जीवन में कुछ उपलब्धियाँ हासिल की हों, उनके बारे में घमंड मत करो या अपनी संपत्ति के बारे में भी नहीं। तुमको ईश्वर द्वारा दी गई प्रतिभाओं से मदद करने के लिए मेरा धन्यवाद करना चाहिए। मेरे उपहारों और आशीर्वाद के बिना, तुम कुछ भी प्राप्त नहीं कर सकते। याद रखो कि इस दुनिया की हर चीज़ क्षणभंगुर है। तुम्हारा अनन्त जीवन सबसे महत्वपूर्ण है, इसलिए तुम सब कुछ मेरे लिए करना चाहते हो ताकि मेरी कृपा से स्वर्ग में आने योग्य बन सको। जो कुछ भी करते हो उसमें विनम्र रहकर तुम्हें स्वर्ग तक ऊँचा उठाया जाएगा। यदि तुम स्वयं को ऊंचा करोगे तो तुम्हें शर्मिंदा होकर नीचा किया जाएगा। मैं तुम सबको बहुत प्यार करता हूँ और प्रार्थना करता हूँ कि तुम मुझसे और अपने पड़ोसी से खुद की तरह प्रेम करोगे।”